Jnanpith Award 2024
ज्ञानपीठ पुरास्कर
शुरुआत:- ज्ञानपीठ पुरास्कर भारतीय ज्ञानपीठ न्यास की ओर से भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरास्कर है ।
इसकी शुरुआत 1961 में भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक श्री साहू शांति प्रसाद जैन के 50वें जन्मदिवस पर हुई ।
प्रथम पुरास्कर:- जी शंकर कुरूप 1965 (मलयालम)
रचना:- ओटक्कुसष्ल (बांसुरी)
प्रथम हिंदी भाषी:- सुमित्रनंदन पंत 1968
प्रथम महिला:- आशापुर्ना देवी 1976 (बांग्ला)
रचना:- प्रथम प्रतिश्रुति
प्रारंभ में यह पुरास्कर एकल कृति के लिए दिया जता था परन्तु 1982 के बाद यह पुरास्कर भारतीय साहित्य में संपूर्ण योगदन के लिए दिया जाने लगा है ।
पुरास्कर:- वाग्देवी की प्रतिमा
प्रशस्ती पत्र
स्मृति चिन्ह
11 लख नगद
58वां ज्ञानपीठ पुरास्कर 2024 भारतीय ज्ञानपीठ की प्रवर समिति ने वर्ष 2024 का पुरस्कार
– तुलसी पीठ के संस्थापक श्रीरामभद्राचार्य
– सम्पूर्ण सिंह कालरा (गुलझार)
को दिये जाने की घोषणा हुई है ।